आधा अधुरे सामुदायिक शौचालय को सरपंच सचिव के द्वारा कागजों मे बताया पुर्णता
जाजगीर चांपा जिले के मालखरौदा ब्लाक अंतर्गत आने वाले 41 ग्राम पंचायतों मैं सामुदायिक शौचालय निर्माण के लिए 3 लाख 30 हजार से लेकर 5 लाख 30 हजार तक राशि स्वीकृति प्रदान किया गया था स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत यह निर्माण कार्य मार्च 2021 में पूरा करना था कोरोना के चलते ज्यादातर पंचायतों ने समय पर कार्य पूरा नहीं कर सका जबकि समय-समय पर सरपंच सचिव का बैठक लेकर शीघ्र ही पूरा करने के निर्देश दिया गया था लेकिन हैरानी की बात तो यह है कि कई पंचायतों ने जनपद सीईओ और
स्वच्छ भारत मिशन शाखा को गुमराह कर कार्य पूरा होने हो गया है कह कर जानकारी उपलब्ध करा दिया जबकि जमीनी हकीकत देखने से कुछ और ही नजर आ रहा है ऐसा ही मामला क्षेत्र की ग्राम पंचायत सोनादुला में मिल का है यहां सरपंच सचिव ने सामुदायिक शौचालय को बाहर से चकाचक कर दिया है तो अंदर जाकर देखने से पता चलता है कार्य अधूरा है कबाड़ सा लग रहा है न पाइप लाइन फिटिंग हुआ है नहीं पूरा टाइल्स लग पाया अभी से जॉइन में दरार दिख रहा है ऐसे में जनपद स्तर की अधिकारियों द्वारा उन शौचालय निर्माण का किस प्रकार निरीक्षण किया जाया गया है इसको समझा जा सकता है क्योंकि आधा अधूरा शौचालय को पूर्ण घोषित कर दिया गया और जनपद स्तर के अधिकारी रैंडम जांच करने भी मौके पर नहीं पहुंचे यही वजह है कि 2021 में जो कार्य पूरा होना था वह 2022 जनवरी माह में भी पूरा नहीं हो पाया है जबकि जनपद पंचायत में करारोपण अधिकारियों तक की नियुक्त गया है निर्माण कार्य के देखने के लिए इंजीनियर गया स्वच्छ भारत मिशन के तहत ब्लॉक समन्वयक बनाया गया है जिनको जमीनी स्तर पर शासकीय कार्यों की मानिटरिंग की जवाबदारी दिया गया है जोकि किस प्रकार से कार्य देख रहे हैं यह समझा जा सकता है की ग्राम पंचायत सोनादुला के सरपंच सचिव के द्वारा भ्रस्टाचार करके शासकीय राशि को बंदरबाट करने मे किस प्रकार लगे हुये है अब देखते है की खबर प्रकासित होने के बाद अधिकारी क्या करते है ।
लाइव भारत 36न्यूज़ से विजय धिरहे