जांजगीर-चांपा

मनरेगा के तहत तीन माह पहले तालाब गहरीकरण में काम किए मजदूरों को नहीं मिला है उनके मेहनत का राशि रोजगार सयाहक द्वारा डाला गया है फर्जी मस्टररोल

एंकर जांजगीर-चांपा जिले के शक्ति जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत देरागढ़ के ग्रामीणों के द्वारा मनरेगा के तहत तालाब गहरीकरण का काम लगभग तीन माह पहले किया गया था जिसकी मेहनत का राशि आज तक कई ग्रामीणों को नहीं मिला है वहीं ग्रामीणों ने रोजगार सहायक दिनेश मंहत के ऊपर आरोप लगाया है कि जो व्यक्ति दूसरे राज्य में है और प्रवास पर है उनका उपस्थिति रोजगार सहायक द्वारा तालाब गाहरीकरण के काम में भरा गया है

विवो– जब हमारे द्वारा रोजगार सहायक से पूरे मामले की जानकारी मांगा गया तो उन्होंने बताया कि तलाब गहरीकरण का पैसे सभी के बैंक खाते में डाल दिया गया है जिसका हमारे पास सबूत भी है और हमारे द्वारा कोई फर्जी उपस्थिति नहीं डाला गया है मगर तालाब का मिट्टी को बाहर डालने के लिए ट्रैक्टर लगाया गया था उसकी मेंटेनेंस के लिए दो चार लोगों का फर्जी उपस्थिति डाला गया है मगर यह हमारे नजर में फर्जी नहीं है

वही बड़ा सवाल यह उठाता है कि क्या मनरेगा के कार्य में ट्रैक्टर का उपयोग किया जा सकता है और ट्रैक्टर का बिल देने के लिए क्या फर्जी उपस्थिति भी दर्ज की जा सकती है और जब सभी मजदूरों की मेहनत की राशि उनके बैंक खाते में डाल दी गई है तो आखिर उनके बैंक खाते में पैसे आया क्यों नहीं यह फिर उनके मेहनत का पैसे संबंधित अधिकारियों के कागजों में ही सिमट कर रह जाएगा या फिर इन्हें इनके पैसे मिलेगा और फर्जी उपस्थिति दर्ज करने वाले रोजगार सहायक के ऊपर वैधानिक कार्यवाही होगी या इस तरह के भ्रष्टाचार को अधिकारियों द्वारा कोई भी कार्यवाही ना कर इसे और बढ़ावा दिया जाएगा या फिर खबर चलने के बाद संबंधित अधिकारी होश में आएगे

लाइव भारत 36 न्यूज़ सक्ती से तुषार कुर्रे की रिपोर्ट

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button