सराईपाली

कृषको के मांग पर होम डिलीवरी कीटनाशक

116 कृषकों को उनकी मांग पर कीटनाशक दवाईयांें की होम डिलीवरी की गई
सबसे ज्यादा पिथौरो के 65 किसानों ने कीटनाशक दवाईयों की मांग की जिसकी पूर्ति की गई


महासंमुद जिले के 116 कृषकों को उनकी मांग पर खरीफ फसलों (धान एवं अन्य) में कीट एवं बीमारी की कीटनाशक दवाईयों की होम डिलीवरी की गई । महासंमुद विकास खंण्ड से 4 किसानों ने कीटनाशक दवाईयों की मांग की थी, विकासखंड बागबाहरा से 19 कृषकों ने, सबसे अधिक पिथौरा विकासखंड से 65 कृषकों ने अपनी फसलों के कीट एवं बीमारी के लिए संबंधित अधिकारी से मोबाईल पर सम्पर्क कर कीटनाशक दवाईयों की मांग की थी। सभी को पंजीकृत कृषि कीटनाशक दवा विक्रेताओं के माध्यम से होम डिलीवरी कराया गया । इसी प्रकार विकासंखड बसाना से 19 कृषकों ने और सरायपाली से 9 किसानों अपनी-अपनी फसलों से कीट एवं रोग से बचाने के लिए जरूरी कृषि कीटनाशक दवाईयां जिला प्रशासन द्वारा जारी मोबाईल नम्बरों पर सम्पर्क कर मांग की गई थी। उप संचालक कृषि श्री एस.आर डोगरे ने बताया कि संबंधित अधिकारियांे द्वारा क्षेत्र के पंजीकृत कृषि कीटनाशक दवाईयों के विक्रेताओं के माध्यम से उपलब्ध कराया गया।


मालूम हो कि महासमुंद जिले में कोराना वायरस संक्रमण (कोविड-19) की रोकथाम,संभावत प्रसार एवं चैन को तोड़ने हेतु 23 सितम्बर से आगामी 30 सितम्बर की मघ्य रात्रि तक जिला प्रशासन द्वारा सम्पूर्ण राजस्व जिला क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन घोषित किया है। जिला प्रशासन द्वारा वर्तमान में किसानों की खरीफ फसलांे (धान एवं अन्य ) में कीट एवं बीमारी का प्रकोप की संभावना को देखते हुए खरीफ फसलांे (धान एवं अन्य)की कीटनाशक दवाईयां की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए कृषकों के द्वारा आवश्यकतानुसार मांग किए जाने पर कीटनाशक दवाईयां निकटतम इच्छुक पंजीकृत दुकानों से होम डिलीवरी के माध्यम से प्रातः 6.00 बजे से प्रातः 9.00 बजे तक उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई थी । इसके लिए महासमुंद सहित सभी ब्लांक के कृषि अधिकारियों के मोबाईल नम्बर जारी किए गए थे ।
कलेक्टर के निर्देश पर उप संचालक कृषि द्वारा संबंधितों के नाम एवं मोबाईल नम्बर जारी किए है -महासमुंद विकास खंड से श्री बी.आर.घोड़ेसवार,बागबाहरा से श्री एच.आर. देवागंन, पिथौरा विकासखंड से श्री डी.पी. पटेल,बसना के श्री पी.एन सामल और सरायपाली से श्री जे.डी. मांझी से किसानों ने सम्पर्क किया था। किसानों द्वारा चाही गई तकनीकी सलाह भी दी गई । उक्त सभी कृषि अधिकारियों ने कीटनाशक दवाई, संबंधित क्षेत्र के निकटतम इच्छुक पंजीकृत दुकनों के डिलीवरी ब्यॉय के माध्यम से, भुगतान पर उपलब्ध करायी गयी। ताकि लॉकडाउन के समय कोविड-19 संक्रमण के फैलाव पर प्रभावी नियंत्रण बना रहे ।

लोचन चौधरी के रिपोर्ट

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