ये कैसा विकास,सड़क नहीं,प्रसव पीड़ा से तड़प रही महिला,कुर्सी में बिठाकर अस्पताल लाया अस्पताल

जिला बलौदाबाजार
जिला बलौदाबाजार के लवन तहसील के ग्राम कोरदा की घटना
आज देश भले ही डिजिटल इंडिया की ओर बढ़ रहा है और गांव को मुख्य मार्ग से जोड़ने के लिए सड़को का जाल बिछाने की बात सरकार की ओर से कही जाती है। किन्तु आज भी हकीकत कुछ और ही है बलौदाबाजार जिले में आज भी कई गांव ऐसे ही जहां सड़को के अभाव के चलते ग्रामीणों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है।आलम यह है कि प्रसूता महिलाओं और बीमार मरीजों को खाट पर या कुर्सी पर बिठाकर मुख्य मार्ग तक ले जाना पड़ता है। इसका जीता जागता उदाहरण बलौदाबाजार विकासखण्ड के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत कोरदा के मंजरापाराटोला बस्ती का है जो बरसात के समय सड़क पर दो फीट तक गहरा पानी भरा होता है। बरसात के दिनों में इस मोहल्ले के लोग नारकीय जीवन व्यतीत करने पर मजबुर रहते है। रोड पर दो फीट तक पानी भरे होने की वजह से मोहल्ले की एक महिला जो प्रसव पीड़ा की वजह से दर्द से तड़प रही थी। जिसे उसके परिजन कुर्सी पर बिठाकर पगड्डी रास्ता से मुख्य मार्ग सड़क तक लगभग एक किलोमीटर तक लेकर गये। जिसके उक्त महिला को लवन के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती किया गया जहा उसने एक स्वस्थ बच्चा को जन्म दिया।
उल्लेखनीय है कि ग्राम पंचायत कोरदा के बल्लू यादव की पुत्री मुकेश्वरी यादव गर्भवती थी शुक्रवार की सुबह 9 बजे दर्द उठने पर 108 एम्बुलेंस को फोन लगाया लेकिन, मुख्य मार्ग से उसके घर तक सड़क नहीं होने के कारण प्रसव पीड़ा होने की वजह से दर्द से कराह रही महिला को कुर्सी पर बिठाकर उसके परिजनों के द्वारा एक किलोमीटर तक बड़ी मुश्किल से लेकर गये। फिर अस्पताल में भर्ती कराया गया। सही समय पर महिला को ले जाने पर महिला ने एक स्वस्थ बच्चा को जन्म दिया है। स्थानीय ग्रामीण भी सड़क नहीं होने के चलते काफी परेशान है। आपको बता दें कि इसी तरह वार्ड में दो तीन महिला और है, जो वर्तमान समय में गर्भवती है, जिन्हें भी अस्पताल ले जाने में परिजनों को परेशानी उठानी पड़ सकती है। आजादी के 75 साल बीत जानेे के बाद भी सड़क नहीं बनने से नाराज परिजनों ने ग्राम सरपंच को जमकर खरी खोटी सुनाई। परिजनों ने कहा कि सही समय पर पीडित महिला को लेकर चले गये तब कुछ नहीं हुआ यदि थोड़ी लेट वगैरह हो जाता तो कुछ भी हो सकता था। ग्राम कोरदा के मंजरापाराटोला बस्ती में रहने वाले ग्रामीण इसी तरह की समस्या से वर्षो से जुझते हुए आ रहे है, लेकिन उनकी समस्या को सुनने वाला कोई नहीं है।
इस संबंध में ग्राम पंचायत के सचिव सीमा वर्मा ने कहा कि जुलाई महीने में विधायक महोदया के द्वारा डीएमएफ मद से स्वीकृत करने के लिए अनुशंसा कर चुके हैं। अगस्त महीने में नक्शा खसरा ग्राम पंचायत प्रस्ताव जनपद पंचायत में जमा कर चुके हैं। शीघ्र ही स्वीकृत हो जाएगा।
लवन से धीरेंद्र साहू की रिपोर्ट