कौन लेगा इस रास्ते की खबर, क्या बन पायेगा पुल
लाइव भारत 36 न्यूज़ लवन से धीरेंद्र साहू की रिपोर्ट
जिला बलौदाबाजार //// बलौदाबाजार विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम पंचायत तिल्दा से लाटा पहुंच मार्ग पर बनी पुलिया बाढ़ एवं बारिश की वजह से क्षतिग्रस्त हो गया है। जिससे लोगों को आने-जाने में काफी परेशानियोें का सामना करना पड़ रहा है।
जिसका खामियाजा राहगीरों व वाहन चालकों को भुगतना पड़ रहा है।
पुलिया के पास जोरदार गहरे गढ्ढे होने की वजह से यहाँ दुर्घटना होने की संभावना हमेशा बनी रहती है। जब तक स्थान पर गोड़ा पुलिया का निर्माण नहीं होे जाता तब तक ऐसी स्थिति बनी रहेगी। क्योंकि तिल्दा मार्ग पर बने पुलिया से कसडोल जाने के लिए एक ही रास्ता है जो कि इस रास्ते से ग्राम लाटा,सीरियाडीह,सुनसुनिया कोयदा, चंगोरी, पैसर इन सभी गांवों को लेकर और कई गांवो के लोगों का आना जाना हमेशा लगा रहता है।यहां तक की कसडोल तरफ के लोगों का इस गांव की ओर रिस्तेदार भी है जो कि उन लोगों को भी इसी रास्ते से होकरगुजरना पड़ता है। यों तो और भी रास्ता है जो कि लवन से जाना पड़ता है लेकिन लवन से जाने में लगभग पच्चीस (25)किलोमीटर की दूरी तय करना पड़ता है लेकिन अगर लाटा से तिल्दा तक की दूरी मुश्किल से ढाई से तीन किलोमीटर की दूरी तय करना पड़ता है। बरसात का पानी इसी पुलिया से होकर गुजरता है। पुलिया छोटे होने की वजह से पानी का निकासी ठीक से नहीं हो पाता है। परिणाम स्वरूप बाढ़ का पानी रोड के उपर से बहता है जो की पुलिया के क्षतिग्रस्त होने का कारण बनता है।
वर्तमान में तिल्दा मार्ग में बने पुलिया के स्थान से मलबा पूरी तरह से बह गया है जिससे लोगों को काफी परेशानीयों का सामना करना पड़ रहा है।ज्ञात हो कि इस रास्ते से सैकड़ों लोगों का आना जाना हमेशा बना रहता है। सीरियाडीह एवं लाटा रेत घाट का ठेका हुआ था उस समय ठेकेदार ने अपना रेत गाड़ी निकलने के लिए यह पुल बनाया था लेकिन अब ठेकेदार नहीं रहे, कौन बनाएगा इस पुल को? कौन बनाएगा इस रोड को? कौन लेगा इस रास्ते की खबर?क्या ऐसे ही लोगों को परेशानीयों का सामना करना पड़ेगा?गर्मी के दिनों में सूखे की वजह से जैसे तैसे आने जाने के लिए बन जाता है लेकिन बरसात के दिनों में यह रास्ता लोगों के लिए एक चुनौती साबित होती है। इतने दिनों हो गए हमारे देश को आजाद हुए कितनों मंत्री आये सांसद आये विधायक आये किसी ने भी इस रास्ते की खबर नहीं लिया यहां तक यहां के स्थानीय जनप्रतिनिधि जिला पंचायत सदस्य, जनपद सदस्य, सरपंचो को भी इस रास्ते की खबर नहीं है।