मो. न्याज नूर आरबी द्वारा जिला प्रशासन को विगत कई माह से जिला कोरबा में नान व खाद्य विभाग के संरक्षण में गरीबों के हक के चांवल की खुल्लम खुल्ला अफरातफरी व बिक्री की जानकारी व शिकायत करी जा रही थी।
शिकायत पर जिला प्रशासन सिर्फ खानापूर्ति कर रहा था जिसके परिणामस्वरूप 2 दिन पूर्व में हुए कोरबा नान गोदाम के बाहर 13.55 क्विंटल चांवल के खुल्लम खुल्ला बिक्री का मामला जांच में उजागर हुआ जिसमें कार्यवाही पूर्ण नहीं हो पाया था और आज 24/09/22 को भाजपा युवा नेता मो. न्याज नूर आरबी ने फिर से जिला प्रशासन को शिकायत कर सफलतम कार्यवाही कराया है और स्वयं द्वारा लगातार किए जा रहे शिकायत को पुष्ट भी किया है।
आज नागरिक आपूर्ति विभाग के कोरबा गोदाम से श्री बालाजी ट्रांसपोर्ट कंपनी का 1 ट्रक CG 12 BE 3588 ट्रक चालक बबलू खान आज सुबह मेन रोड सीतामणी स्थित 1004 ID PDS दुकान में करीब 100 बोरा APL चांवल उतारकर बचा 245 बोरा करीब 125 क्विंटल BPL चांवल लेकर सभी खाद्यान्न सामग्री पहुंचाने का रशीद प्राप्त कर दूसरे PDS दुकान 1001 ID में 318 बोरा चांवल छोड़ने के लिए कथित रूप से मिशन रोड पर पकड़ाया। जिसमें गरीबों को मिलने वाला BPL चांवल 245 बोरा में करीब 125 क्विंटल चांवल अतिरिक्त मिला।
जिला कलेक्टर महोदय को शिकायत करने पर खाद्य विभाग के सहायक खाद्य अधिकारी कोरबा आशीष चतुर्वेदी जांच के लिए 1001 ID PDS दुकान में उपस्थित हुए जिसमे शिकायत सही पाते हुए गरीबों के हक का BPL चांवल स्टॉक में सही पाया।
अब सोंचने समझने वाली बात यह है कि शासकीय चांवल जो सरकारी सिस्टम से शासकीय उचित मूल्य दुकानों में भंडारण व वितरण होता है। जब सभी शासकीय कार्य शासकीय व्यवस्थाओं से परिपूर्ण है तो फिर ऐसा कौन सा व्यवस्था है जो प्रतिदिन सैकड़ों क्विंटल चांवल समेत खाद्यान्न सामग्री का खुल्लम खुल्ला भ्रष्टाचार रुपी कृत्य जिला प्रशासन के सामने होते हुए भी विभाग अपनी आंखें मूंदा हुआ है।
जबकि इस भ्रष्टाचार को पकड़ने के लिए शासकीय सिस्टम में प्रत्येक विकासखण्ड में कई अधिकारी नियुक्त किए गए हैं।
तो क्या यह मानना गलत है कि सभी भ्रष्टाचार में इनकी पूर्णतः रजामंदी है। अब देखने वाली बात है कि बड़े सिद्दत से जिला कोरबा को त्वरित जांच कराने वाले कलेक्टर महोदय स्वयं किस प्रकार कार्यवाही करते हैं, क्योंकि विभाग का कहना है कि अब जो भी कार्यवाही होगा वह कलेक्टर साहब ही करेंगे।
अब इस खुल्लम खुल्ला चोरी के खिलाफ किनके ऊपर वैधानिक कार्यवाही कराते हुए जेल की सलाखों के पीछे भेजा जाता है।
किस प्रकार से पेनाल्टी, चालानी व वैधानिक कार्यवाही कर जिले में खुल्लम खुल्ला व्यापक तौर पर चल रहे भ्रष्टाचार पर कठूराघाट स्वरूप कार्यवाही और सफेदपोश लोगों को बेनकाब किया जाता है।