एकलव्य विद्यालय घोलेंग में मनाया गया विश्व आदिवासी दिवस
एकलव्य विद्यालय घोलेंग में मनाया गया विश्व आदिवासी दिवस.पाठ्य सहगामी गतिविधियों के अंतर्गत घोलेंग के एकलव्य विद्यालय में विश्व आदिवासी दिवस का आयोजन धूमधाम से किया गया।
कार्यक्रम के अंतर्गत विद्यालय के हिमगिरि, अरावली, नीलगिरी एवम महेन्द्रगिरि हाउस के बीच सामुहिक नृत्य, सामुहिक गान, भाषण और चित्रकला की प्रतियोगिता जनजातीय जीवन और संस्कृति के थीम पर प्रतिस्पर्धा आयोजित की गई।इस अवसर पर आयोजित सामुहिक नृत्य प्रतियोगिता में अरावली हाउस के घोटुल नृत्य ने प्रथम और महेन्द्रगिरि हाउस के शैला नृत्य ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया।सामुहिक गान प्रतियोगिता मे अरावली हाउस ने प्रथम और नीलगिरी तथा महेन्दगिरी हाउस ने संयुक्त रूप से द्वितीय स्थान प्राप्त किया।छत्तीसगढ़ के वीर सपूत पर आधारित भाषण प्रतियोगिता में हिमगिरि हाउस की देविका दीवान ने प्रथम एवम अरावली हाउस से सुशांत लकड़ा ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया।वीर आदिवासी शहीदो पर आधरित चित्रकला प्रतियोगिता में नीलगिरी और हिमगिरि हाउस ने संयुक्त रूप से प्रथम और अरावली हाउस ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया।विद्यालय में आयोजित प्रतियोगिता में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित प्रो डॉ राजीव रंजन तिग्गा ने विद्यार्थियों के लिए आत्म अनुशासन को सबसे महत्वपूर्ण लक्ष्य बताया।उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज की सबसे बड़ी कमजोरी संस्कृति की आड़ में नशापान की बुराई है और इससे मुक्ति केवल शिक्षा के प्रचार प्रसार से ही पायी जा सकती।उन्होंने विद्यालय की लाइब्रेरी को अपनी स्वयं की लिखित अंग्रेजी ग्रामर की पुस्तकें भी भेँट की।
कार्यक्रम में विद्यालय के समस्त शैक्षणिक स्टाफ और छात्रावास अधीक्षिका रानू भगत उपस्थित थी।कार्यक्रम का सन्चालन वरिष्ट व्याख्याता श्रीमती दिव्या रानी ने किया।