भारी मांगो, चंद शिकायतों और ढेरों अव्यवस्थाओं के साथ संपन्न हुआ विकासखंड स्तरीय जन समस्या निवारण शिविर आयोजित शिविर में घंटों तक अन्य विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों का आगमन होता रहा
बरमकेला:- रायगढ़ जिले के जनपद पंचायत बरमकेला के ग्राम पंचायत बिलाईगढ (अ) छुहिपाली में विकासखंड स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर का आयोजन गुरुवार शाम 4 बजे से किया गया,लेकिन इस आनन फानन में आयोजित शिविर का प्रचार प्रसार के अभाव में विकासखंड स्तरीय न होकर पंचायत स्तरीय रुप में दिखा। आलम यह रहा कि इस शिविर में केवल स्थानीय पंचायत के ग्रामीणों का आवेदन व शिकायत पत्र मिला,जबकि विकासखंड में दूसरे अन्य पंचायत का एक भी आवेदन नहीं आया। आइए जानते हैं क्या रहा माजरा…..गौरतलब रहे कि बरमकेला के ग्राम पंचायतों में शासन के विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए जनसमस्या निवारण शिविर आयोजन करने के निर्देश दिए गए हैं. इसी क्रम में गुरुवार शाम 4 बजे ग्राम पंचायत बिलाईगढ (अ) के छोटे से गांव छुहीपाली में विकासखंड स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर का आयोजन किया गया था. इस शिविर में अव्यवस्थाओं के अलावा अन्य कुछ भी नहीं दिखा. भीषण गर्मी का मौसम व नौतपा का अंतिम दिन होने के बावजूद भी शिविर के मंच व पंडाल में पंखा अथवा एक कूलर की व्यवस्था नहीं किया गया था. साथ ही पंडाल पर पेयजल की व्यवस्था नहीं की गई थी.वही प्रचार प्रसार की कमी के चलते आसपास के एक भी ग्राम पंचायत के ग्रामीण शिविर में नहीं पहुंचे थे. ऐसे में इस शिविर में केवल स्थानीय ग्राम पंचायत बिलाईगढ (अ) के ग्रामीणों ने आवास योजना, पेंशन,नया राशनकार्ड, शाला मरम्मत,पचरी निर्माण, गाय कोठा निर्माण,भूमि समतलीकरण,सी सी रोड बनाने अन्य मांगों व कुछेक शिकायतों सहीत कुल 111आवेदन के रूप में दिया गया है।
शिविर में लगभग डेढ़ घंटे बाद पहुंचे एसडीएम…… आनन फानन में आयोजित शिविर में लगभग डेढ घंटे बाद सारंगढ एसडीएम नंदकुमार चौबे पहुंचे और आवेदनों के निराकरण के लिए वाचन शुरू किया. उन्होंने उपस्थित संबंधित विभाग के अधिकारियों को निराकरण के लिए सामने आकर वाचन करने के निर्देश दिए. साथ ही जमीन फौतीसंबंधी समस्याओं को मौके पर निराकरण करते दिखे. वही स्कूल भवन की जर्जर स्थिति पर आरईएस के एसडीओ को उचित कार्रवाई के लिए बोला। शिविर में जिला पंचायत सदस्य कैलाश नायक, जनपद अध्यक्ष तारा शर्मा, बरमकेला सीईओ नीला राम पटेल, सरिया तहसीलदार शनि कुमार पैंकरा, कृषि एसएडीओ रोहित पटेल, सहित अन्य विभाग के अधिकारी गण उपस्थित रहे.
ऐसे ग्राम में आयोजित किया गया शिविर जो कि अज्ञात और राजस्व रिकार्ड में दर्ज ही नहीं है……… इस मामले में एक अनोखा बात सामने आई है कि ग्राम पंचायत के एक छोटे से मोहल्ले जिसे छुहिपालि के नाम से जाना जाता है लेकिन शायद आप सभी को यह जानकर आश्चर्य होगा कि यह ग्राम राजस्व रिकार्ड में दर्ज ही नहीं है इसलिए इस शिविर में शामिल होने आए कई अधिकारी और कर्मचारी भटकते रहे इसलिए देर बाद पहुंचे। इस मामले में ग्राम पंचायत बिलाइगढ़ (अ) के किसी भी व्यक्ति ने और न ही किसी जनप्रतिनिधी ने इस ग्राम को राजस्व रिकार्ड में दर्ज कराने हेतु कोई आवेदन किया गया है और न ही किसी भी प्रकार से किसी अधिकारी को मौखिक रूप से निवेदन किया गया है?
पंचायत सचिव की लापरवाही की शिकायत हुई……शिविर के शुरुआत में ग्राम पंचायत में पदस्थ वर्तमान पंचायत सचिव फत्तेलाल चौहान के कार्य शैली को लेकर पंचो व ग्रामीणों ने मौखिक रुप से शिकायत किया गया कि कभी भी पंचायत बैठक की सूचना नहीं दी जाती है,वही 14 वें 15 वें वित्त की राशि में गड़बड़ी बात कही गई. इस पर सीईओ ने पंचायत की उपस्थिति पंजी लाने कहा गया तो बगले झांकने लगा. पंजी नहीं लाने पर एसडीएम ने सचिव को फटकार लगाई. उन्होंने मामले को गंभीरता से लेते हुए पंचायत में हो रही गड़बड़ी पर तहसीलदार के अगुवाई में एक जांच टीम गठित करने के निर्देश दिए गए, बाद में शिशुपाल साहू (प्रभारी व.आ.ले.प एवं करारोपण अधिकारी)से जांच कराई जाने वाली बात कहा गया।
इस ग्राम पंचायत में वर्तमान कार्यकाल में कई सचिवों का आना जाना लगा रहा है…….? इस मामले में आप सभी लोगों को यह जानकर आश्चर्य होगा कि इस ग्राम पंचायत में एक खास बात जो किसी भी जनपद पंचायत बरमकेला के अधिकारी और कर्मचारी से छिपा नहीं है बल्कि वे अपने चहेते सचिव को इस ग्राम पंचायत का प्रभार दिया गया तथा काम करने के बाद दूसरे पंचायत में भेज दिया गया है लेकिन जब बात शिकायत और जांच करवाई जाने वाली बात आती है तो फिर क्या होता है यह बात सभी को मालूम है…???
हकीकत से परे रहा है यह शिविर कयोंकि समस्याओं को लेकर कोई शिकायत नहीं…….. वास्तव मे इस शिविर का आयोजन किया जाना ग़लत नहीं था लेकिन आनन फानन में आयोजित किया गया यह शिविर आम लोगों को मालूम नहीं था इसलिए वास्तविक समस्या जैसे कि इस ग्राम पंचायत में पेयजल आपूर्ति हेतू पाइप लाइन बिछाई गई है लेकिन आज पर्यन्त तक एक बूंद पानी नलों में नहीं आया है और न ही किसी भी व्यक्ति ने इस मामले में कोई दिलचस्पी रखते हुए कोई शिकायत करने आगे आए हैं? दूसरी बड़ी समस्या बिजली आपूर्ति की है जो बिजली खंभे पर बिजली नहीं दिखाई दे रही है और इस मामले को भी कागजों में पूरा किया गया है? बहरहाल आनन फानन में आयोजित किया गया शिविर सम्पन्न हो गया है लेकिन कई सारे सवाल आम लोगों के जहन में रह गई है क्योंकि आँखिर इस विकासखण्ड स्तरीय जन समस्या निवारण शिविर आयोजित करने में इतनी जल्दबाजी क्यों किया गया? क्या इस शिविर के लिए जरूरी कदम उठाते हुए विकासखंड के सभी ग्राम पंचायतों में मुनादी क्यों नहीं कराई गई? शिविर में विकासखंड स्तर के अन्य ग्राम पंचायतों से जनता क्यों नहीं पहुंचे? इस मामले में आगे भी बहुत कुछ पढ़ने, सुनने जानने और देखने को मिलेगा और शासन प्रशासन इस मामले को गंभीरता पूर्वक संज्ञान में लेते हैं फिर अन्य मामलों की तरह इस मामले को भी ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है यह देखना दिलचस्प होगा?
Reportedby टीकाराम साहिस