कांकेर

पैराडाइज स्कूल के छात्रों ने बनाये आकर्षक वार्षिक माॅडल एवं प्रोजेक्ट

पैराडाइज स्कूल के छात्रों ने बनाये आकर्षक वार्षिक माॅडल एवं प्रोजेक्ट पर्यावरण संरक्षण, वैज्ञानिक सोच, भाषायी कला, नैतिक मूल्यों को कार्यानुभव के रूप में परिणीत किया।

पैराडाइज हायर सेकेण्डरी स्कूल के सैकड़ो छात्र-छात्राओं ने वार्षिक कार्यानुभव एवं माॅडल तथा प्रोजेक्ट के रूप में अपने पर्यावरण को संरक्षित करने की सोच, वैज्ञानिक दृष्टिकोण, अंग्रेजी, हिन्दी, संस्कृत भाषाओं के कला कौशल, नैतिक मूल्यों के विकास को प्रदर्शित करने उत्कृष्ट प्रयास किया है।पैराडाइज स्कूल में बच्चों के न केवल अध्ययन द्वारा विषय-वस्तु को सीखते है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक सेवा, विभिन्न कला कौशल, वैज्ञानिक सोंच के लिये विभिन्न गतिविधियों एवं प्रायोगिक कार्य एवं कार्य योजना द्वारा विभिन्न विषयों में उत्कृष्टता को प्राप्त करते हैं। कार्ययोजना एवं माॅडल के द्वारा पैराडाइज स्कूल के बच्चों ने अपनी उत्कृष्ट शिक्षा को प्रदर्शित किया है।’’सेव दि अर्थ’’ विषय पर बच्चों ने हमारी पृथ्वी को कैसे संरक्षित एवं सर्वहित कर सके इसके लिये प्रोजेक्ट एवं माॅडल में सोलर सिस्टम आरूष केसरी, अल्फैज शेखानी, अनुकल कोड़ोपी, भव्या बिस्वाल, भव्या कोड़ोपी, भूमिका हिरवानी, चिरंजीव ठाकुर एवं ’’सोर्स आॅफ वाटर’’ धनेश्वर भूआर्य, डेविड कनवर, आयुष अहिर, देवयांश बंजारे, गरिमा मण्डावी, हिमांश उईके, कनीज फातिमा, लवित्र साहू, मान्यता पटेल, नाजिया फातिमा, पे्ररणा यादव, पूर्वी बघेल, राबिया फातिमा तथा जंगल का माॅडल पूर्वांशी नेताम, रेहान नूरानी, समीर ध्रुव, सगुफता कुरैशी, शेख तैबा, सौम्या कोड़ोपी, सुरभि साहू, वासिफ खान, विजिता शोरी, प्रतिक वाचम आदित्य कोरेटी, अल्तमस अली बेग, आरिजा फातिमा, अजमत हुसैन खान, दामिनी ठाकुर, देवयांशु निषाद, गौरव नेताम, गौरव रजक कम्प्यूटर माॅडल कमलेश धनकर, ओमप्रकाश कृषान, विवेक शोरी, यश सिन्हा, योगिता खेलन, जोया खान, पूनम भोई, अवनी यादव आदि बच्चों ने बनाये।

बिजली की समस्या के समाधान के लिये और सोलर एन्र्जी का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करने एवं वैज्ञानिक सोच उत्पन्न करने हेतु विज्ञान से संबंधित विभिन्न माॅडल आदि बच्चों ने बनाये।हिन्दी, संस्कृत एवं अंग्रेजी भाषा के कौशलों का विकास प्रदर्शित करने हेतु बहुत ही आकर्षक कार्य योजना में बच्चों ने हिन्दी प्रोजेक्ट में ’’व्याकरण के भेद’’ पर्यायवाची शब्द, विलोम शब्द को अहमद, अमन, आरूषी, भूमिका जयसवाल, चैताली मरकाम, अंग्रेजी प्रोजेक्ट में पाॅजिटिव वर्ड, पार्ट आॅफ स्पीच प्रोजेक्ट को छाया सारथी, दीक्षा कांगे, दिव्या, कशीश वट्टी, परिधि सोनी आदि बच्चों के द्वारा बनाया गया।

’मोरल साइंस’ में क्लीन इंडिया माॅडल, जी.के. में इनडोर, आउटडोर गेम प्रोजेक्ट, मैथ्स में क्लाक माॅडल, पर्यावरण अध्ययन में ’’पाॅल्यूशन माॅडल’’ तथा इंग्लीश ग्रामर में ’’वर्ब प्रोजेक्ट’’ आदित्य मरकाम, अनन्या मिश्रा, अनुभव कौशिक, आर्यन साहू, अनमोल रजक, अंजली देवांगन, दिव्यांश गंधर्व, दुर्गेश नायक, फारगुन कौर, खुशबु लकरा, कोहिना कांगे, पुष्पांजली पारकर, रिया मण्डावी, रौनक मूलचंदानी, सूर्या सोनी, समर्थ गुप्ता, ट्विंकल नेताम, यश नागरर्ची, चहक हिरदानी, चितरेखा, हार्दिक, काव्यांश, मानवी, मानसी, मनन, नीहा खान, पीयूष, प्रतिभा, सुलेवाना, शगुन, शेखर, तनुजा, तनुजा, शोरी आदि बच्चों ने बनाये। नैतिक विकास को प्रदर्शित करने के लिये छात्रों ने विभिन्न गुणों के अपने व्यक्तित्व में आत्मसात करते हुए विभिन्न प्रकार के कार्य-योजना आशी गुप्ता, अवनी रजक, अराध्या, आयुष जयसवाल, आशीष, अवनीश, छाया, डाॅली, एकता, गरिमा, गौशिया, गर्ग, गौरव, गिरिश, हर्षित, जय, काव्या, कृति, लिपिका, लक्ष्मी, लीकेश, लक्ष्य, यामीन, माही, नितिन, निखिल, निधि, प्रांजल, पूर्वांश, प्रियांशु, पायल, रिद्धिमा, रिदा फातिमा, सौम्या, साक्षी, संयम, सत्यानंद, शिवांश, शेख दबीर, सोहेब, तुषार, ट्विंकल आदि बच्चों द्वारा बनाया गया।बच्चों के सार्वांगीण विकास के लिये एक से बढ़कर एक प्रोजेक्ट एवं माॅडल बनाने में प्राचार्य रश्मि रजक की प्रेरणा एवं सभी विषयों के शिक्षकों के उत्कृष्ट मार्गदर्शन से सम्भव हो पाया है।

विनोद साहू लाइव भारत 36 न्यूज़ कांकेर

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