सराईपाली

आज आप को हम एक ऐसे पुलिस अधिकारी के बारे में बताने जा रहे है जिन्हें लोग दरिया दिल,कहते है देव दूत के नाम से जाने जाते है

पुलिस नाम सुनते ही जहां अपराधी प्रवित्ति के लोग थर थर कांपने लगते है पुलिस के बारे अक्सर लोगो के मन मे गलत धारणाएं भरी जाती है जिसके कारण पुलिस के कार्यशैली पर उंगलियां भी उठती रहती है ।लेकिन छत्तीसगढ़ के सरायपाली थाने में पदस्त यह पुलिस अधिकारी ने पुलिस के बारे में बनाई जाने वाली गलत धारणाओं और अपवाहों को बेबुनियाद साबित कर दिया है ।उन्होंने पुलिस की क्षवि को न केवल समाज मे अच्छा बनाया है बल्कि ऐसा बना रहे है जिससे अब लोग पुलिस को देव दूत कहने लगे है । सरायपाली के लोग अब थाने जाकर अपनी व्यक्तिगत परेशानी को भी पुलिस के पास साझा कर रहे है ।जहां उनकी समस्या का निदान यहां पदस्त पुलिस अधिकारी के द्वारा मिंटो में किया जा रहा है ।हालांकि ऐसा नही है कि हर समस्या का समाधान पुलिस के पास यहां की जाती है परंतु जहाँ तक पुलिस अधिकारी के हस्तक्षेप योग्य समस्या या कोई काम होता है उसपर त्वरित कार्रवाई या उसका निदान कर दिया जा रहा है ।
सरिया और सारंगढ़ के बाद सरायपाली में भी इस पुलिस अधिकारी ने गरीबो की मदद करने उठाया बीड़ा,एक गरीब महिला को घर बनाने में मदद कर आर्थिक सहयोग किया।
गौरतलब हो कि सरायपाली के महलपारा निवासी ललिता यादव जो घर घर जाकर काम काज कर अपना जीविका चलाती है एव उसने थोड़े बहुत पैसे जोड़कर घर बनाना प्रारम्भ किया था लेकिन घर बनाते वक्त लेंटर करने के लिए उसके पास थोड़े पैसों की कमी हुई तो उसने कुछ कुछ लोगो से पैसे उधार में मांगे लेकिन कही से नही मिला वही जब ललिता को पता चला कि सरायपाली थाने में पदस्त थानेदार पुलिस अधिकारी नेक दिल और मदद करने वालो में से ललिता तुरंत थानेदार के पास पहुची और अपनी समस्या जाहिर किया फिर क्या था हर समस्या को मिंटो में सुलझाने वाले थानेदार ने उस महिला की मदद करने का मन बनाया और अपने ओर से 10000 हजार की आर्थिक राशि ललिता को दे दी ।जिससे ललिता यादव बहुत खुश हुई और कहा कि यह पुलिस अधिकारी नही कोई देव दूत है ।
● आइए उस पुलिस अधिकारी से आपको रूबरू कराते है जिन्हें लोग देव दूत ऐसे ही नही कहते ।उनके काम करने का अंदाज ही लोगो को देव दूत कहने पर मजबूर कर देता है ।हम बात कर रहे सारंगढ़ ,सरिया के बाद अब सरायपाली में पदस्त पुलिस अधिकारी टीआई आशीष वासनिक की जो कभी भी गरीबो की मदद करने में गुरेज नही करते ।अक्सर देखा गया कि इनके द्वारा गरीबो का हर सम्भव मदद किया जाता रहा है वो चाहे कोरोना काल के दौरान प्रवासी मजदूर हो या फिर भटके हुए राह गिर सभी को अपना समझ कर उनकी समस्याओं को अपना मान कर मदद के लिए हर हमेशा ततपरता दिखाते है ।सारंगढ़ में आशीष वासनिक ने अपने कार्यकाल के दौरान बाढ़ पीड़ित क्षेत्रो में सघन दौरा करते हुए वहां के गरीबो के लिए उनकी हर रोजमर्रा के जरूरत की सामग्रियों को पहुचाने एव कोरोना पीड़ितों व उनके परिजनों के लिए राशन दवाई पैसों की मदद विभिन्न संघ एव सामाजिक कार्यकर्ताओं से मिल कर किया था जिसके लिए पूरा सारंगढ़ क्षेत्र आज भी आशीष वासनिक को स्मरण करते है ।उन्होंने सारंगढ़ में महज 6 महीने के कार्यकाल में ऐसा काम किया जिसको अगले 10 सालों तक भुला पाना सारंगढ़ वासियो के सायद ही सम्भव होगा ।

लोचन चौधरी की रिपोर्ट…

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button