गरीबों को पीएम आवास की भुगतान नहीं मिलने पर भाजपा ने शुरू की अनिश्चितकालीन आंदोलन
सारंगढ़।गरीबों को केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री आवास योजना की किश्त राशि का भुगतान नहीं मिलने को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए सारंगढ़ में अनिश्चितकालीन आंदोलन की शुरुआत कर दी है इसके पूर्व भारतीय जनता पार्टी सालर मंडल के महामंत्री रामकुमार थूरिया ने प्रधानमंत्री आवास योजना की 10 माह से आवास निर्माण की किश्त राशि भुगतान 30 जुलाई तक नहीं करने पर अनिश्चितकालीन आंदोलन करने की सूचना एसडीएम सारंगढ़ के माध्यम से प्रशासन को दिया था जिसमें राशि अभाव के कारण हितग्राहियों के खाते में राशि जमा नहीं हुए वही सैकड़ों एफटीओ डिलीट कर दिए गए हैं जिसको भाजपा ने छत्तीसगढ़ सरकार पर 40% की हिस्सेदारी राशि जमा नहीं करने का आरोप लगाकर प्रदेश सरकार को गरीब विरोधी बताया है इस धरना प्रदर्शन में भाजपा के दो पुर्व विधायक श्रीमती केराबाई मनहर एवं शमशेर सिंह ने कांग्रेस सरकार को गरीब विरोधी सरकार बताते हुए कहा कि जब छत्तीसगढ़ में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह जी का सरकार थी तब किसी भी गरीब को प्रधानमंत्री आवास के राशि भुगतान को लेकर कोई परेशानी नहीं थी सबको समय पर भुगतान मिल जाता था लेकिन सरकार बदलते ही गरीबों को आवास योजना का लाभ एवं इसकी राशि ठीक से नहीं मिल पा रही है जबकि केंद्र सरकार ने अपने हिस्से का 60% राशि का भुगतान कर दिया है वही राज्य सरकार द्वारा इस योजना की 40% हिस्सेदारी राशि समय पर जमा नहीं किया है जिसके कारण गरीबों को परेशानी उठाना पड़ रहा है वहीं इस आंदोलन को भाजपा कार्यकर्ताओं ने लॉकडाउन की स्थिति को देखते हुए क्रमिक रूप से प्रदर्शन कर रहे हैं जिसमें पहले दिन नगर युवा मोर्चा अध्यक्ष राजा गुप्ता एवं अनीमेश केशरवानी ने व्यवस्था की जिम्मेदारी संभाली वही कार्यक्रम को समर्थन देने पुर्व विधायक श्रीमती केराबाई मनहर व शमशेर सिंह, नगर पालिका अध्यक्ष अमित अग्रवाल ,नगर पालिका उपाध्यक्ष सत्येन्द्र बरगाह, पार्षद मनोज जायसवाल, रिंकू तिवारी, सालर मंडल अध्यक्ष रविंद्र पटेल ,उपाध्यक्ष यादराम पटेल बरमकेला से मुरलीधर पटेल ,पुर्व महामंत्री कमल सिदार, प्रदेश सदस्य कुलकित चन्द्रा, धरम जोल्हे, कोसीर मंडल महामंत्री सुखराम अनंत ,टार्जन महेश, जितेंद्र गुप्ता, रंजीत सिंह ठाकुर, मोनू जायसवाल ,येश कुमार यादव सतीश यादव आशीष गुप्ता उपस्थित रहे।
रोशन भारद्वाज के रिपोर्ट