गोंडवाना समाज के चार परिवारो की हुई घर वापसी
विश्व हिन्दू परिषद के प्रदेश उपाध्यक्ष व गोडवाना समाज के ब्लॉक अध्यक्ष रामचरण कोर्राम के नेतृत्व में गोडवाना समाज के ऐसे 4परिवार जो अपने सामाजिक देवी देवताओ संस्कृति परम्पराओ को त्यागकर एक धर्म विशेष के प्रचारको के कुचक्र मे फंसकर अपनी संस्कृति देवी देवताओ परम्पराओ को छोड दिया था,इस घर वापसी के साथ विहिप बजरंग दल ने छग मे अब तक सत्तर परिवारो की घर वापसी करवाई है जीसमे सबसे अधिक आदिवासी गोडवाना समाज संस्कृति के परिवार हैं आज रामचरण कोर्राम अपने गृह ग्राम पुसवाड़ा के देव गुडी मे अपनी सजातीय आदिवासी गोडवाना समाज के सदस्यो को उनके मूल सनातन धर्म मे घर वापसी करवाई,अभी हाल के कुछ महीने मे कुछ ईसाई मिशनरियों के कुचक्र द्वारा धर्मान्तरित सनातनी परिवारो को वापस उनके सनातन हिन्दू धर्म मे घर वापसी अभियान में कोर्राम जी सबसे बडी भुमिका निभा रहे हैं विहिप के प्रदेश उपाध्यक्ष बनने से पहले विहीप के जिला अध्यक्ष रहते उन्होने बीस परिवारो की घर वापसी करवाई थी, रामचरण कोर्राम के कार्यों से प्रभावित होकर प्रांत से लेकर केंद्र की कार्यकारिणी कांकेर जिला टीम सेवा कार्यो की मुक्त कंठ से प्रशंसा की जा रही है जिसके बाद उनकी कार्य क्षमता और सक्रियता सेवा भाव को देखते हुवे उन्हें एक वर्ष में ही जिला से प्रदेश उपाध्यक्ष जैसा बडा दायित्व दे दिया गया, जिसके बाद कोर्राम जी छत्तीसगढ़ का चर्चित शहर भिलाई सुपेला पहुचकर वह भी वैदिक मन्त्रो से चरण धुलाकर चालीस परिवारों की घर वापसी मे अपनी सक्रिय भुमिका निभाई और आज फिर से अपने गृह ग्राम पुसवाड़ा में अपने ही सजातीय आदिवासी गोडवाना समाज के लोगो की घर वापसी करवाई,इस कार्य से ग्राम पुसवाड़ा में काफी उत्साह देखा जा रहा है रामचरण कोर्राम जी के अपने गृह ग्राम मे घर वापसी के अवसर पर गाँव व समाज के सभी मुखिया व वरिष्ठ जन उपस्थित रहे ,इस अवसर पर रामचरण कोर्राम ने कहा कि आज पुरे बस्तर संभाग मे कुछ ईसाई मिशनीरीयो के द्वारा आदिवासी समाज संस्कृति परम्पराओ को सबसे बडा व प्रत्यक्ष नुकसान पहुंचाया जा रहा है,और उनके द्वारा ना केवल हमे सजातीय आदिवासी बंधुओ की आस्था संस्कृति परम्परा बदला जा रहा है बल्कि हमारे ही कुछ भटके हुवे व ईसाई मिशनीरीयो के कुचक्र से प्रभावित नौजवानो के कंधो पर बंदूक रख हमे आपस मे लड़ाने का षडयंत्र भी चलाया जा रहा है हमारे आदिवासी समाज को तरह तरह के फरमान और मनगढंत बाते बनाकर भ्रमित करने का प्रयास किया जा रहा है जैसे आदिवासी समाज के द्वारा आदिकाल से पुजे जा रहे महादेव के रूप बुढादेव,उनके पुत्र भगवान गणेश जी, माँ दुर्गा का रूप बस्तर की आराध्य माँ दंतेश्वरी आदी की पूजा ना करे ऐसा दुषित पाठ पढ़ा समाज मे वैमनस्यता का जहर घोला जा रहा है इन सभी झुठे व षड्यंत्र कारी कृत्यो के विरूद्ध हमने बिगुल फुक दिया है अब हमारे आदिवासी समाज को मुर्ख नही बनाया जा सकता,जो लोग ऐसी झुठी मनगढंत बाते फैलाकर सनातन धर्म को तोडने का षडयंत्र कर रहे हैं ऐसे लोगो मेरी सलाह है कि आदिवासी समाज पुरातन इतिहास देख लो हमारे पुरखो ने कभी भी ऐसा दुषित पाठ हमे नही पढाया और तो और धार्मिक दृष्टिकोण से कुछ विषयो पर हम धर्म के लिए ब्राह्मण समाज से भी बडे धार्मिक थे जीसका जीता जागता प्रमाण आज भी हमारे आदिवासी बंधुओ के नाम के आगे प्रभू श्री राम का नाम जुडा होना है चर्च और ईसाई प्रार्थना जगह जगह चर्च को तो कभी हमारे आदिवासी पुर्वजो ने स्थान नही दिया, समाज के लोगो को झाड़ फूक के नाम पर भ्रमित करते हुए आदिवासी देवी देवताओ को कमजोर सीद्धकर बस्तर के आदिवासी बंधुओ की आस्था संस्कृति को बदलने का कुप्रयास लगातार जारी है जिसे अब हम बर्दाश्त नही करेगे!
अभी हाल के दिनो मे कुछ धर्मान्तरित व उनसे प्रभावित लोगो द्वारा सोशल मीडिया में विश्व हिन्दू परिषद बजरंगदल का विरोध किया जा रहा हैं और ऐसा कुप्रचार चलाया जा रहा है कि विश्व हिन्दू परिषद आदिवासी विरोधी है जबकि विहिप बजरंगदल के द्वारा सबसे अधिक आदिवासी समाज संस्कृति परम्पराओ से दुर गये आदिवासी बंधुओ को वापस आदिवासी समाज संस्कृति से जोडने जैसा बडा दायित्व को नीभा रहा है? और दुसरी ओर विहिप बजरंगदल जैसे राष्ट्रीय स्तर के इस समाजिक धार्मिक संगठन मे मुझे छग प्रदेश के उपाध्यक्ष जैसे दायित्व को सौपा है और मुझे इस संग़ठन मे जो सम्मान मीला है वह जगजाहिर है आज सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ में सबसे अधिक हजारों की संख्या में हमारे जनजाति गोड़ समाज साथी विश्व हिन्दू परिषद के स्व प्रेरित कार्यकर्ता है हमे गर्व है ऐसे संग़ठन से जुड़कर हम सभी समाज को जोड़ने का काम कर रहे हैं मै अपने सजातीय आदिवासी समाज के बंधुओ से अपील करता हूं कि किसी भी भ्रम षडयंत्र में न पडें, विश्व हिन्दू परिषद बजरंगदल सभी समाज को जोड़ने का काम करता है कर रहा है और करता रहेगा, बहुत जल्द ही मै बस्तर की यात्रा कर अपने सजातीय जनजाति गोड़ समाज के अलावा अन्य सभी समाज के ऐसे लोग जो अपने मुल धर्म संस्कृति परम्पराओ से दुर हो गये है की घर वापसी करवाई जाएगी,आज मुझे यह देखकर काफी खुशी हो रही है कि हमारे 90% सजातीय बंधु भ्रम फैलाने वाले कुछ षडयंत्र कारीयो के षडयंत्र मे नही फसे और हमारे कार्यो व समर्पण सेवा का समर्थन कर हमसे जुड रहे हैं विहिप बजरंगदल सनातन धर्म से जुडे हर एक संस्कृति चाहे वह गोंडवाना समाज देवी देवताओ देव गुडीयो आगादेव की संस्कृति हो या अन्य सभी संस्कृति को जोडने का काम कर रहा है और करता रहेगा,हम किसी के विरोधी नही हम अपने सनातन हिन्दू धर्म के समर्थक हैं और जो भी हमारे धर्म के विरूद्ध षडयंत्र करेगा हम उसी विरोधी है चाहे वह हमारा हिन्दू भाई ही क्यो ना हो।
विनोद साहू लाइव भारत 36 न्यूज़ कांकेर