कांकेर

आधुनिक पद्धति से सब्जी की खेती कर परमेश्वर बना लखपति

चारामा विकासखण्ड के ग्राम सराधुनवागांव के प्रगतिशील किसान परमेश्वर रजक आधुनिक पद्धति से सब्जी की खेती कर लखपति बन गया है। एम. काॅम. तक शिक्षित होने के बाद उनके द्वारा शासकीय नौकरी के लिए प्रयास किया गया, जिसमें सफलता नहीं मिलने पर वे धान की खेती करने लगे, जिससे कोई आमदनी नहीं होने पर उन्होंने उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों से संपर्क कर राज्य शासन की संचालित योजनाओं का लाभ लेकर धान के बदले आधुनिक पद्धति से सब्जी की खेती को अपनाया।


उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों द्वारा उन्हें ड्रिप पद्धति से सब्जी की खेती करने की सलाह दी गई एवं आवश्यक मार्गदर्शन दिया गया। उन्होंने अपने ढाई एकड़ जमीन में आधुनिक पद्धति से सब्जी की खेती करना प्रारंभ किया, जिसमें से एक एकड़ में बरबट्टी, एक एकड़ में करेला और आधा एकड़ में भिण्डी की खेती की जा रही है, सब्जी की खेती से उन्हें एक वर्ष में आठ लाख रूपये की आमदनी प्राप्त हुई है। कृषक परमेश्वर रजक ने बताया कि उनके द्वारा प्रतिदिन सुबह चारामा सब्जी मण्डी ले जाकर सब्जी विक्रय किया जाता है, इसके अलावा कोचिया लोग भी सब्जी खरीद कर ले जाते हैं। वे बताते हैं कि उनका पुत्र हार्टिकल्चर में बीएससी उत्तीर्ण है, जिससे सब्जी की खेती करने में तकनीकी ज्ञान, सब्जी की गुणवत्ता और कीटनाशक दवाईयों का समय पर छिड़काव करने की जानकारी दी जाती है।

समय पर खाद एवं आवश्यक उपचार होने से अधिक मात्रा में सब्जी की पैदावार होने लगा। उन्होंने बताया कि ग्रीष्म ऋतु में दो एकड़ में करेला एवं बरबट्टी का फसल लेकर चार लाख रूपये का आमदनी कमाया। इस वर्ष 22 जुलाई से सब्जी तोड़कर चारामा मण्डी में प्रतिदिन बेचकर लगभग एक लाख रूपये तक का सब्जी विक्रय किया गया। परमेश्वर ने बताया कि 04 अगस्त को उन्होंने 268 किलोग्राम बरबट्टी और 50 किलोग्राम करेला का विक्रय चारामा मण्डी में किया है। सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लेकर आधुनिक पद्धति से सब्जी की खेती करने से परमेश्वर की गरीबी दूर हो गई और दूसरों को भी रोजगार दे रहे हैं। उद्यानिकी विभाग द्वारा ढ़ाई एकड़ जमीन पर तार फेंसिंग कराने के लिए निःशुल्क तार उपलब्ध कराया गया है और ड्रिप सिस्टम के लिए 43 हजार रूपये का अनुदान के रूप में मिला, जिसका फायदा उठाते हुए अब लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के साथ ही क्षेत्र के किसानों के लिए प्ररेणा स्त्रोत भी बन गये है। परमेश्वर रजक के दो बेटे है, बड़े बेटे हिमांशु ने पेण्ड्रा रोड़ में हार्टिकल्चर महाविद्यालय से बीएससी में शिक्षा प्राप्त किया है और दूसरे बेटा को बीएससी वेटनरी में शिक्षा प्राप्त कराने में सफल रहा है। परमेश्वर रजक क्षेत्र के किसानों को परंपरागत कृषि के बदले आधुनिक खेती करने के लिए प्रेरित भी कर रहें हैं, जिससे प्रेरित होकर इस क्षेत्र के किसानों में प्रतिस्पर्धा बढ़ने लगा है। सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिलने पर किसान परमेश्वर रजक ने प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया है।

विनोद साहू लाइव भारत 36 न्यूज़ कांकेर

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