दुर्ग

जाति प्रमाण पत्र वर्षों से लंबित होने की शिकायत

दुर्ग:- अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़े वर्ग के विद्यार्थियों के जाति प्रमाण पत्र विगत दो वर्षों से लंबित है। भाजपा अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के पूर्व अध्यक्ष अश्वनी टंडन ने इस संबंध में एसडीएम को ज्ञापन सौंप कर शिकायत की है। वहीं कोरोना काल में ग्राम सभा का आयोजन नहीं होने से भी जाति प्रमाण पत्र बनवाने में दिक्कतें आ रही है।

श्री टंडन के अनुसार सबसे ज्यादा परेशान अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति वर्ग के पालक व छात्र-छात्राएं हैं। इस वर्ग के लिए 50 साल पुराने रिकॉर्ड मंगाया जाता है, लेकिन कई ऐसे लोग हैं जो भूमिहीन हैं, जिनका 50 साल पहले का रिकार्ड ही नहीं है। इनका ग्राम सभा के प्रस्ताव के आधार पर जाति प्रमाण पत्र बनवाने की बात अधिकारी कहते हैं, लेकिन पिछले 2 साल से कोरोना संक्रमण के कारण ग्राम पंचायत के ग्राम सभा सफल नहीं हो रहे हैं। वहीं ग्राम सभा के आयोजन भी नहीं हो रहे हैं। इस कारण से ऐसे छात्र-छात्राओं को ग्राम सभा का अनुमोदन नहीं मिल रहा है। इससे भी वे जाति प्रमाण पत्र बनवाने में वंचित हो रहे हैं। भाजपा नेता अश्वनी टंडन ने मांग की है कि जल्द से जल्द इस विषय पर पंचायतों को निर्देश देकर ग्राम सभा करने की अनुमति दी जाए, जिससे कि बच्चों के जाति प्रमाण पत्र बनवाने के लिए अनुमोदन किया जा सके।

उनके मुताबिक दुर्ग ब्लॉक के स्कूली बच्चों को जाति प्रमाण पत्र बनवाने के लिए भटकना पड़ रहा है। वहीं समय पर जाति प्रमाण पत्र नहीं बनने से उनके पालक भी नाराज हैं। शैक्षणिक कार्य सहित अन्य कार्यों के लिए जाति प्रमाण पत्र की आवश्यकता बच्चों को पड़ती है। इसके लिए वे कई दस्तावेज स्कूलों में भी जमा करा चुके हैं। वहीं कई पालक ऐसे हैं जो जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए तहसील कार्यालय का भी चक्कर लगा रहे हैं। इसके बाद भी जाति प्रमाण पत्र नहीं बनने से पालक काफी चिंतित है। इस दिशा में शासन को संज्ञान दिलाने के लिए सोमवार को उन्होंने एसडीएम दुर्ग को ज्ञापन सौंपकर जाति प्रमाण पत्र बनाने में तेजी लाने की मांग की है। श्री टंडन ने जाति प्रमाण पत्र नहीं बनने के कारण बच्चों व पालकों को हो रही परेशानियों से भी एसडीएम दुर्ग को अवगत कराया। श्री टंडन ने एसडीएम विनय पोयम को सौंपे ज्ञापन में कहा है कि पिछले 2 साल से स्कूली बच्चे जाति प्रमाण पत्र बनवाने के लिए दस्तावेज को स्कूल में जमा किए हैं लेकिन अभी तक जाति प्रमाण पत्र नहीं बना है। वहीं कई पालक जाति प्रमाण पत्र बनवाने के लिए तहसील कार्यालय का भी चक्कर लगा रहे हैं।

लाइव भारत 36 न्यूज़
संभागीय ब्युरो
विकास जैन मित्तल

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