गोठानों के क्रियान्वयन मे हो रही अनियमितता के संबंध मे मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
कोंडागांव
छत्तीसगढ़ प्रदेश के गांव गांव में नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी योजना के माध्यम से वहां की आय के स्रोत को ग्रामीण स्तर पर बढ़ाकर रोजगार देने का प्रयासों मे एक गोठान भी है जिससे लोग गोधन से अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत कर सके । किंतु लापरवाही और उदासीनता के चलते धरातल पर यह योजना लोगो के जीवन मे क्रांतिकारी बदलाव लाने मे विफल साबित हो रही है ।
इसी तारतम्य मे भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष लता उसेंडी ने प्रदेश मे संचालित गोठानों मे अनियमितता विषयी एक पत्र प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को लिखा है । जिला कलेक्टर को सौंपे गए पत्र के माध्यम से, गोठानों मे गोबर से खाद बनाने वाली महिलाओं को उनके कार्य के बदले उचित वेतनमान नही मिल पाने और समय से वेतन नही मिल पाने जैसी समस्याओं का जिक्र करते उनकी समस्याओं के त्वरित निराकरण हेतु मांग की है । लता उसेंडी द्वारा बताया गया कि कोंडागांव मे संचालित गौठान मे कार्यरत महिलाओं से चर्चा करने पर ज्ञात हुआ कि विगत नौ माह मे केवल 2500 रुपए का भुगतान इन महिलाओं को उनके कार्य के बदले किया गया है जो की वर्तमान महामारी के दौर मे अपर्याप्त है । अतः प्रदेश भर मे संचालित गौठानों मे श्रमिकों को उनके हित मे सम्मान जनक मानदेय दिलाने उचित गाइडलाइन बनाने निवेदन किया गया है ।
लाइव भारत36 न्यूज़ से नारेश जैन